संस्कृतिक रूप -
1-
संस्कृति के पहचान करानी
चाहिए
2-
यूटोपिया होना चाहिए
3-
महानपूर्वजों के विचार
के तलास कर विचारों को नीव रखना चाहिए
4-
हर गाँव में अपने महान
पूर्वज के नाम का वाल पेंटिग करना चाहिए
आर्थिक रूप –
1-
पारंपरिक कार्यों में
बदलाव जरूरी है ।
2-
मजदूरी के परंपरा को
व्यवसाय में केंद्रित करना चाहिए
सामाजिक रूप –
1-
सामाजिक रूप निषाद संस्कृति
पर केंद्रित हो
2-
जिला स्तर पर सामाजिक
मेला होना चाहिए
3-
विचार पर केंद्रित मंच
होना चाहिए
शिक्षा रूप –
1-
शिक्षा की सोसाइटी होनी
चाहिए । (कोष के रूप )
2-
शिक्षा पर केंद्रित हर
गाँव में मंच हो और जिला जिला मंच के तहत संचालित हो
3-
जिला स्तर के पर निषाद
समाज के शिकक्षित का विवरण होना चाहिए
मनोविज्ञान के रूप –
1-
शराब पर केंद्रित मनोविज्ञान
को समझना
2-
अंधविश्वास के प्रति
जागरूक करना
3-
कल्चर हिजमोनी(संस्कृति
वर्चश्व ) को दूर करना
मानव विज्ञान के रूप
-
1-
निषाद समाज के हर जिले
के पूरे पुरुष-महिला का विवारण होना चाहिए
2-
समाज के भूमहीन का विवरण
होना चाहिए
राजनीतिक रूप –
1-
हर जिले मे एक पार्टी
होनी चाहिए ,कारण की अपने
समाज के किसी के पीछे चलाने की आदत नहीं है ,दूसरे के पीछे चलाने
की आदत है
2-
राजनीतिक पार्टी के वाजय
दूसरा रूप के तलास करना चाहिए
निषाद मीडिय के लिये मुरादाबाद से योगेश तुरैहा 9837161743
ReplyDeleteहम अपने समाज को आगे बडने के लिये हर सम्भव कर्या करने के लिये तैयार है ।