निषाद समाज आज सोशल मीडिया के माध्यम से आज अपना विचारों
को खुल कर रखने का काम कर रहा है । जो समाज हाशिये पर था आज उस समाज के अभिव्यक्ति
खुल कर सामने आ रही है निषाद समाज में अनेक बुद्धजीवी थे लेकिन वह मात्र पूरे देश अपनी
अभिव्यक्ति नहीं कर पा रहे थे । लिकिन आज सोशल मीडिया में फेशबूक,
ऑर्कुट,
टिविटर
के माध्यम से आज पूरे देश में अपनी अभिव्यक्ति कर रहे है। और अपने मछुआ समाज को एक
दिशा देने के काम कर रहे है आज सोशल मीडिया के वजह से देश के एक कोने से दूसरे कोने
यानी उत्तर से दक्षिण तक के निषाद या मछुआ समाज के लोग सोशल मीडिया के माध्यम से बात
कर लेते है ।इतना ही नहीं विश्व के हर देश में आज निषाद समाज के लोगों गए हुए है आज
आसानी से बाते हो जा रही है समाज में कुछ करने के लिए उम्मीद जगाने का काम कर रहे है
सोशल मीडिया में आज फेशबूक पर बहुत से मछुआ ग्रुप है जो अपनी बातों को रखने का काम
कर रहे है । जैसे
1. All India SC/ST Fishermen`s Council
- Kewat (Nishad) & Alliance Group
- Kashyap,nishad,raikwar,bind,sahani rocks
- Nishad media grup
- NISHAD
- NISHAD-KASHYAP-BIND-KOLI
- Nishad jagran....!!
- Bind-Kashyap-Nishad-Mallah-Kewat-Sahani
Samaj Group
- Stop Human Trafficking !!!
- Phulan Devi Kashyap Samaj ki Shaan
- Proud to be Bind..
- Nishad
chumantar
- Kashyap swayam sewak sangh (kss)
- KASHYAP VICHAR MANCH
- WE ARE KEWAT
- dhanurveer eklavya nishad (koli) seva sansthan
- ALL INDIA BACKWARD CLASS ASSOCIATION
- Raikwar, kasyap, dhiman group
- Kashyap Family
- Mallah
Group.
- MALLAH( SC) IN DELHI
- Kashyap Reservation for SC
- Bhoi / kahar/ kashyap/nishad
/raikwar/sondhiya/duriya/batho/mallha/ kewat
- Nishad
community................
- Kashyap Rockstars
- Nishad Cummunity
- निषादराज कम्युनिटी ऑफ़ इंडिया
- मछुआ समुदाय
- GORAKHPUR (NISHAD RAJ)
- Nishad
इस तरह से
और बहुत से निषाद समाज के यानि मछुआ समाज के ग्रुप है। जिस पर निषाद समाज के यानि मछुआ
समाज के लोग अपनी अपनी अभव्यक्ति तो करते है। और अपने विचारों को अपने समाज में पहुंचाने
का काम कर रहे मेरे समाज में मछुआ समाज के ग्रुप पर लिखने वाले आज तक दो तरह के संकेत
समझ में आ रहा है । जिस पर एक तो यह की समाज के पूरे देश में मछुआ समाज के बारे में
जानकारी मिल जाति है। कब कहाँ पर क्या हो रहा है । और दूसरा समाज के इतिहास को समय
–समय पर लेख के माध्यम से जानकारी मिल जाति है । और समाज के बारे में विचार रखने वाले
सोचने वालों के वारे में जानकारी मिलति रहती है। इस माध्यम यानि सोशल मीडिया के माध्यम
से जो मछुआ समाज में विचार आ रहे है। हर कोई जाति(cost)में बाटे होने के वजह से अपने अपने
जाति को बारे मे लिखने और बताने का काम हो रहा है । होना तो चाहिए ही लिकिन हम किस
संस्कृति को आगे बढ़ाने की जरूरत है अभी ये समझ में नहीं आ रहा है। ज्यादा बाते तो राजनीति
के बारे में बाते होती है । और उस पर हर पार्टी के लोग तो जुड़े है इस माध्यम से हर
पार्टी के अपना गीत गाने का काम कर रहे । जिसे मछुआ समाज को किस दिशा में जान चाहिए
। समाज के लोग भूल भुलैया में फंस गए है आखिर कहा जाना चाहिए ।
yah geet gaan ab band karke, ek uchit disha ke taraf badhna hoga. magar koi badhe tab na.log bol to dete hai magar mokhik rup se. vayvhar me laate hi nahi.
ReplyDeleteNishad jat se smbandhit svi jatiyo Ke na kya hi ? Jinme hum sadi kr skte hi.....all over india
ReplyDeleteमहाराजा गुह्यराज निषाद के कुलभूषण, निषादराज के वंशज, निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष महामना मा. डॉ संजय कुमार निषाद जी को " पॉलिटिकल गॉड फादर आफ फिशरमैन " की उपाधि मिलने पर हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं.
ReplyDeleteजय निषाद राज...
निषाद पार्टी- जिंदाबाद!!
महामना मा डॉ संजय कुमार निषाद- जिंदाबाद!!