लेखक
बलराम बिन्द
तेरी लाठी के जबाब
जरूर देगे।
समय आने दे तेरी औकात
बता देगे।।
तू सोचता है जब चाहे
इन्हे सता देगे ।
समय आने दे तेरी औकात
बता देगे।।
तेरी कथनी,करनी को देखनी थी ।
समय आने दे तेरी औकात
बता देगे।
मैं माझी हूँ, हवा के पहचान करना जनता हूँ ।
समय आने दे तेरी औकात
बता देगे।।
No comments:
Post a Comment